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विश्व छेनापोड दिवस | Biswa Chenapoda Diwas

April 11, 2024 | by cultureodisha.com

विश्व छेनापोड दिवस

आधुनिक भारतीय स्वादिष्टा की मधुर राह: छेनापोड दिवस

भारतीय सांस्कृतिक विरासत के अनेक महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक एक स्वादिष्ट मिठाई है। वास्तव में, इस मिठाई का नाम है “छेनापोड“। यह मिठाई ओडिशा की अपनी विशेषता है, जो अपने अनूठे स्वाद और पारंपरिक रुझानों के लिए प्रसिद्ध है। छेनापोड दिवस, जो हर साल 11 अप्रैल को मनाया जाता है, एक अद्वितीय उत्सव है जो इस मिठाई के महत्व को समझाने और उसके निर्माता को सम्मानित करने का अवसर प्रदान करता है।

विश्व छेनापोड दिवस
विश्व छेनापोड दिवस

स्वाद की मिठास: छेनापोड दिवस और ओडिशा की प्रेमियों की पसंद

छेनापोड, जिसका अर्थ है जला हुआ छेना या जले हुए छेना से बनी मिठाई, एक बारीकी से तैयार की जाती है और भूरा होने तक भूनी जाती है। इसका स्वाद गहरा और मीठा होता है, जो इसे हर वर्ग के लोगों की पसंद बनाता है। ओडिशा की पसंदीदा मिठाई प्रेमियों को मनाने के लिए, छेनापोड दिवस का आयोजन किया जाता है।

छेनापोड के निर्माता स्वर्गीय सुदर्शन साहू का आज जन्मदिन है। नयागढ़ की मिट्टी से जन्मे छेनापोड ने आज दुनिया में अपना नाम बनाया है। राज्य और देश के विभिन्न हिस्सों में बेचे जाने वाले छेनापोड के पीछे नयागढ़ का अद्वितीय योगदान है। छेनापोड को नयागढ़ से विभिन्न जिलों में भेजा गया था, बाद में इसे अन्य जिलों में भी बनाकर बेचा गया।

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छेनापोड: एक गलती से शुरू हुई अद्भुत मिठाई की कहानी

छेनापोड की उत्पत्ति की कहानी भी अद्भुत है। एक छोटी सी गलती से पैदा हुई ये स्वादिष्ट मिठाई। सुदर्शन साहू, जो एक नाश्ते की दुकान चलाते थे, उन्होंने एक दिन अपनी दुकान में छेना को जला दिया, सोचते हुए कि यह खराब हो जाएगा। परिणामस्वरूप, वह छेना एक नया और स्वादिष्ट उत्पाद बन गया, जिसे छेनापोड कहा जाने लगा।

इस अद्वितीय मिठाई की महत्वपूर्णता और प्रसिद्धि को समझते हुए, 2022 में स्वयंसेवी संगठन “हेल्पिंग हैंड” ने पहली बार सुदर्शन के जन्मदिन 11 अप्रैल को “बिश्व छेनापोड दिवस” के रूप में मनाना शुरू किया।

छेनापोड: एक गलती से शुरू हुई अद्भुत मिठाई की कहानी
छेनापोड: एक गलती से शुरू हुई अद्भुत मिठाई की कहानी
छेनापोड दिवस: सरलता से आधुनिकता की राह

छेनापोड दिवस के माध्यम से, हम न सिर्फ छेनापोड की अनूठी प्रशंसा करते हैं, बल्कि सुदर्शन साहू जैसे व्यक्तियों के योगदान को भी सम्मानित करते हैं, जिन्होंने अपनी सोच और निष्ठा के साथ एक साधारण छेना को एक अद्वितीय स्वादिष्ट मिठाई में बदल दिया। छेनापोड दिवस हमें यह याद दिलाता है कि सरलता और साहस से आधुनिकता की उत्पत्ति होती है, जो हमें संस्कृति और समृद्धि के प्रति समर्पित रहने का आह्वान करती है।

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FAQ

Q.1- छेना पोड़ा का आविष्कार कब हुआ था?

छेनापोड, जिसे छेनापोड भी कहा जाता है, एक प्रमुख ओडिशन मिठाई है जिसका नाम अपनी उत्पत्ति से जुड़ा है। इसका आविष्कार एक रोचक कहानी से जुड़ा है। सन् 1931 में, नयागढ़ जिले के दासपल्ला सतपटना गांव के रहने वाले सुदर्शन साहू, जो एक नाश्ते की दुकान चलाते थे, ने अपनी दुकान में छेना को जला दिया था। उनकी यह छोटी सी गलती से नई मिठाई का आविष्कार हुआ, जिसे बाद में “छेनापोड” कहा जाने लगा। छेनापोड एक स्वादिष्ट मिठाई बन गई, जिसका स्वाद गहरा और मीठा होता है, जो हर वर्ग के लोगों को पसंद आता है।

Q.2- छेना पोड़ा का आविष्कार कब हुआ था?

छेनापोड ओडिशा की प्रमुख मिठाई में से एक है और इसकी प्रसिद्धता ओडिशा के नयागढ़ जिले में है। यहां के नाश्ते की दुकानों में छेना पोड़ा की विशेष मिठाई का अनुभव किया जा सकता है। नयागढ़ जिला छेनापोड के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां की स्थानीय रसोईयों में छेनापोड बनाने का विशेष अनुभव होता है और लोगों को इसका स्वाद अद्वितीय महसूस होता है। इसके साथ ही, नयागढ़ के छेना पोड़ा का नाम ओडिशा के बाहर भी मशहूर है, जिससे इस जिले की प्रसिद्धता बढ़ गई है।

Q.3- क्या छैना पोडा स्वस्थ है?

छेनापोड ओडिशा की प्रमुख मिठाई में से एक है और इसकी प्रसिद्धता ओडिशा के नयागढ़ जिले में है। यहां के नाश्ते की दुकानों में छेना पोड़ा की विशेष मिठाई का अनुभव किया जा सकता है। नयागढ़ जिला छेना पोड़ा के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां की स्थानीय रसोईयों में छेना पोड़ा बनाने का विशेष अनुभव होता है और लोगों को इसका स्वाद अद्वितीय महसूस होता है। इसके साथ ही, नयागढ़ के छेना पोड़ा का नाम ओडिशा के बाहर भी मशहूर है, जिससे इस जिले की प्रसिद्धता बढ़ गई है।

Q.4- छेना पोडा का स्वाद कैसा है?

छेनापोड एक भारतीय मिठाई है जिसका स्वाद अत्यधिक मीठा, मधुर और लचीला होता है। यह खास रूप से चीनी, घी और मैदा से बनता है। इसमें भूरा किया गया छेना डाला जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी गहरा हो जाता है। यह मिठाई आमतौर पर खास अवसरों पर, जैसे कि उत्सव, त्योहार और समारोह में परोसी जाती है। छेनापोड का स्वाद अपनी मीठास और मिठास के कारण लोगों को प्रिय है, और यह भारतीय मिठाई की प्रमुख पसंदों में से एक है।

 

 

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